पंच कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Punch in Hindi

दोस्तों आज हम पढ़ेंगे, पंच कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Punch in Hindi, पंच क्या है? (What is Punches), डॉट पंच (Dot Punch), सेन्टर पंच (Center Punch), प्रिक पंच (Prick Punch), पिन पंच (Pin Punch), ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch), बैल पंच (Bell Punch), ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch), सोलिड पंच (Solid Punch), होलो पंच (Hollow Punch) इन सभी प्रकार के पंच को इस आर्टिकल में पढ़ेंगे।

Table of Contents

पंच क्या है? (What is Punches)

स्क्राइबर से खींची गयी आस्थाई मार्किंग लाइनें जॉब से मिट जाती हैं इस लिए लाइनों पर 2.5 मिमी की दूरी पर पंच Punch की सहायता से बिन्दु (Dot) लगा दिए जाते हैं। इसी प्रकार से पंच Punch द्वारा लगायें गए बिन्दुओं से बनी लाइनों को स्थाई मार्किंग कहते हैं। यह मार्किंग जॉब को बार बार छूने या बिभिन्न यान्त्रिक क्रियाओं से भी मिट नहीं पाती हैं। अस्थाई मार्किंग को स्थाई बनाने के लिए जिस टूल (Tool) का प्रयोग किया जाता हैं हम उसे पंच (Punch) कहते हैं तथा इस प्रक्रिया को पंचिंग (Punching) कहते हैं।

पंच Punch हाई कार्बन स्टील (High Carbon Steel) के बनाये जाते हैं। इसके तीन भाग होते हैं- जहाँ हैमर से चोट मारते हैं उसे हैड Head कहते हैं, यह फ्लैट (Flat) या चपटा होता है। जिस भाग से बिन्दु (Centre) बनते हैं उसे प्वाइन्ट (Point) कहते हैं और यह भाग नुकीला तथा हार्ड व टैम्पर (Hard and Tamper) किया गया होता है। तथा बीच के भाग को बॉडी (Body) कहते हैं। यह भाग नर्लिंग किया हुआ तथा बेलनाकार (Cylindrical) या षट्भुजाकार (Hexagonal) होता है।

पंच कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Punch in Hindi

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मुख्य रूप से पंच Punch नौ प्रकार के होते हैं, जो कि निम्न लिखित हैं:-

  1. डॉट पंच (Dot Punch)
  2. सेन्टर पंच (Center Punch)
  3. प्रिक पंच (Prick Punch)
  4. पिन पंच (Pin Punch)
  5. ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch)
  6. बैल पंच (Bell Punch)
  7. ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch)
  8. सोलिड पंच (Solid Punch)
  9. होलो पंच (Hollow Punch)

डॉट पंच (Dot Punch)

डॉट पंच (Dot Punch) यह कास्ट स्टील की बनाई जाती है। डॉट पंच (Dot Punch) की बॉडी षट्भुजाकार होती है तथा प्वॉइंट (Point) का एंगिल (Angle) 60 अंश का रखा जाता है। इसका एंगिल कम होने से बिन्दु गहरे तथा कम ब्यास के बनते हैं। डॉट पंच (Dot Punch) का उपयोग स्थाई मार्किंग करने के लिए विटनैस मार्क (Witness Mark) लगाने के लिए किया जाता हैं या कभी कभी बृत्त का केन्द्र लगाने के लिए किया जाता है।

सेन्टर पंच (Center Punch)

सेन्टर पंच (Center Punch)

सेन्टर पंच (Center Punch), यह पंच डॉट पंच Punch से साइज में बड़ा होता हैं। सेन्टर पंच (Center Punch) के प्वाइन्ट का कोण (Angle) 90 अंश रखा जाता है। जिससे ड्रिल प्वाइन्ट आसानी से पंच Punch द्वारा लगाये गए सेन्टर में बैठ सके। सेन्टर पंच (Center Punch), इस पंच Punch का उपयोग सुराखों (Holes) के केन्द्रों (Centers) को लोकेट (Locate) करने के लिए किया जाता है। सेन्टर पंच (Center Punch) का उपयोग चौड़ा केन्द्र (Wide Center) लगाने के लिए किया जाता है।

प्रिक पंच (Prick Punch)

प्रिक पंच (Prick Punch), इसके प्वाइन्ट का कोण 30 अंश का होता है। प्रिक पंच (Prick Punch) का कोण कम होने से डिवाइडर की नोंक को बहुत एक्यूरेट स्थिति प्राप्त होती है। इसलिए प्रिक पंच (Prick Punch) का उपयोग सतह पर कर्व (Curve) खीचने के लिए, केन्द्र लगाने के लिए किया जाता है। प्रिक पंच (Prick Punch) इस पंच Punch का प्रयोग सॉफ्ट मेटल (Soft Metal) के लिए किया जाता है; जैसे- पीतल, ताँबा तथा एल्युमीनियम आदि।

पिन पंच (Pin Punch)

पिन पंच (Pin Punch) इस पंच का प्रयोग मार्किंग के लिए नहीं किया जाता बल्कि जॉब में फँसी हुई डॉवेल पिन (Dowel Pin) या टेपर पिन (Taper Pin) को निकलने के लिए किया जाता है। पिन पंच (Pin Punch), इस पंच Punch की नोंक नहीं होता बल्कि उसके स्थान पर एक बेलनाकार पिन होती है, जिसकी लम्बाई जॉब की आवश्यकता को पूरा करती है।

ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch)

ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch), इस पंच नोक बिभिन्न अकारों की होती है, जैसे-वर्गाकार, आयताकार, गोल या फिर किसी अन्य आकार की, साथ यह नीचे से नुकीली न होकर फ्लैट (Flat) होती है। ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch) का प्रयोग किसी पतली चादर में छेद करने या फिर पहले से उसी आकार के बने छेदों की फिनिशिंग करने के लिए किया जाता है।

बैल पंच (Bell Punch)

बैल पंच (Bell Punch), बेलनाकार वस्तुओं का केन्द्र पंच Punch करने के लिए बैल पंच Punch का प्रयोग किया जाता है। बैल पंच (Bell Punch) का बाह्य आवरण एक घण्टी (Bell) के आकार का होता है। बैल पंच (Bell Punch) के ठीक सेन्टर में एक पंच Punch लगा होता है। यह पंच Punch स्प्रिंग के द्वारा ऊपर उठा रहता है। जब किसी बेलनाकार वस्तु का केन्द्र ज्ञात करना होता हैं तो बैल पंच (Bell Punch) को ठीक उसके ऊपर लम्बवत टिकाते हैं तथा स्प्रिंग (Spring Loaded) पंच को नीचे मारने से केन्द्र (Centre) ज्ञात होता है।

ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch)

ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch), इस पंच Punch में पंचिंग के लिए हैमर से चोट लगाने की अवश्यकता नहीं पड़ती है, इस लिए इसे ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch) कहते हैं। ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch) एक खोखली बेलनाकार बॉडी (Body) जिसे बाहर से नर्ल (Knurl) किया होता है। इसके ऊपर एक कमानी स्प्निंग युक्त कैप होती है, इसे भी नर्ल किया गया होता है। इस कैप को नीचे दबाने पर कमानी स्प्रिंग एक हैमरिंग मैकेनिज्म को मुफ्त (Release) करती है, जो पंच Punch के निचले प्वाइन्ट पर केन्द्र बनाने के लिए आघात करता है। कैप को घुमाकर ऊपर करने से निशान गहरा आता है।

सॉलिड पंच (Solid Punch)

सॉलिड पंच (Solid Punch), इस पंच Punch का प्रयोग किसी शीट या गर्म लोहे के पीस में आर-पार छेद करने के लिए किया जाता है। सॉलिड पंच (Solid Punch) के द्वारा एक ही साइज के छेद करना असम्भव होता है। सॉलिड पंच (Solid Punch) का प्रयोग शीट मैटल शॉप या ब्लैक स्मिथी (Sheet Metal Shop or Blacksmith) में किया जाता है। सॉलिड पंच (Solid Punch) से छेद करते समय शीट के नीचे पंच Punch के अनुरूप डाई रखनी आवश्यक होती है।

होलो पंच (Hollow Punch)

होलो पंच (Hollow Punch), ये पंच Punch अन्दर से खोखले होते हैं तथा मुलायम पदार्थो से बड़े छेद करने के काम आते हैं। होलो पंच (Hollow Punch) के प्वाइन्ट वाले भाग की परिधि को चारो ओर से ग्राइंड करके धारदार बना दिया जाता है। होलो पंच (Hollow Punch) के चमड़े की शीट, रबड़ की शीट, लैदराइट या गत्ता आदि में सुराख करने के लिए प्रयोग किया जाता है। होलो पंच (Hollow Punch) बाजार में Punches कई साइजो में मिलते हैं।

FAQs

पंच क्या है?

स्क्राइबर से खींची गयी आस्थाई मार्किंग लाइनें जॉब से मिट जाती हैं इस लिए लाइनों पर 2.5 मिमी की दूरी पर पंच Punch की सहायता से बिन्दु (Dot) लगा दिए जाते हैं। इसी प्रकार से पंच Punch द्वारा लगायें गए बिन्दुओं से बनी लाइनों को स्थाई मार्किंग कहते हैं। यह मार्किंग जॉब को बार बार छूने या बिभिन्न यान्त्रिक क्रियाओं से भी मिट नहीं पाती हैं। अस्थाई मार्किंग को स्थाई बनाने के लिए जिस टूल (Tool) का प्रयोग किया जाता हैं हम उसे पंच (Punch) कहते हैं तथा इस प्रक्रिया को पंचिंग (Punching) कहते हैं।

पंच किस धातु के बनाये जाते हैं?

पंच Punch हाई कार्बन स्टील (High Carbon Steel) के बनाये जाते हैं।

पंच कितने प्रकार के होते हैं?

मुख्य रूप से पंच Punch नौ प्रकार के होते हैं, जो कि निम्न लिखित हैं:- डॉट पंच (Dot Punch), सेन्टर पंच (Center Punch), प्रिक पंच (Prick Punch), पिन पंच (Pin Punch), ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch), बैल पंच (Bell Punch), ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch), सोलिड पंच (Solid Punch), होलो पंच (Hollow Punch) आदि।

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमनें पढ़ा, पंच कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Punch in Hindi, पंच क्या है? (What is Punches), डॉट पंच (Dot Punch), सेन्टर पंच (Center Punch), प्रिक पंच (Prick Punch), पिन पंच (Pin Punch), ड्रिफ्ट पंच (Drift Punch), बैल पंच (Bell Punch), ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch), सोलिड पंच (Solid Punch), होलो पंच (Hollow Punch) इन सभी प्रकार के पंच को इस आर्टिकल में पढ़ा कृपया इस पोस्ट को शेयर करना ना भूलें, धन्यवाद।

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