एक रेती से रेताई कैसे करना चाहिए? – What is Filing in Hindi

दोस्तों आज हम पढ़ेंगे, एक रेती से रेताई कैसे करना चाहिए? – What is Filing in Hindi, रेताई के प्रकार Types of Filing, रेताई करते समय सावधानियाँ Precaution While Filing, What is Filing, रेताई कैसे करना चाहिए? आदि, आर्टिकल को पूरा पढ़ें और हमें फीडबैक भी देना ना भूलें।

एक रेती से रेताई कैसे करना चाहिए? – What is Filing in Hindi

किसी कार्यखण्ड (Work Piece) से, अतिरिक्त पदार्थ (Extra Material) को फाइल द्वारा रगड़कर अलग करने की प्रक्रिया को रेतना (Filling) कहते हैं। फाइलिंग करने के लिए छोटे जाँबों (Jobs) को वाइस (Vice) में पकड़ा जाता हैं। बड़े व भारी जॉब बिना पकड़े हुए ही फाइल किये जा सकते हैं। सही प्रकार की फाइलिंग करने के लिए निम्नलिखित कार्य करें।

  • सर्वप्रथम जॉब (Job) पर हमें मार्किंग (Marking) करनी चाहिए।
  • जॉब की आकृति व आकार के अनुसार उसे बेंच वाइस में या फिवसचर में जकड़ने की व्यवस्था करें। यदि जॉब को वाइस में पकड़ा गया है तो कम से कम 3 मिमी जॉब को बेंच वाइस के बाहर रहना चाहिए तथा जॉब फिटर की कोहनी की ऊंचाई तक रहना चाहिए।
  • जॉब की धातु व आकार (Size) के अनुसार रेती (File) का चुनाव (Selection) करें फाइल का चुनाव करते समय जॉब की वांछित सतह परिष्करण (Surface Finishing) का ध्यान रखना चाहिए।
  • फाइलिंग प्रारम्भ करने से पहले जॉब के सामने, रेतने की दिशा में खड़ा होना चाहिए। बायाँ पैर आगे व दायाँ पैर पीछे रखना चाहिए। दोनों पैर के बीच में लगभग 30 सेमी का अंतर रहना चाहिए।
  • फाइलिंग (Filing) करते समय फाइल को हैण्डिल से दाये हाथ से पकड़ना चाहिए तथा जॉब पर यूनिफार्म दाब डालने के लिए फाइल के अगले सिरे को बाएँ हाथ की अंगुलियों से दबाना चाहिए। साथ ही दाएँ हाथ की हथेली से फाइल को आगे धकेलना चाहिए।
  • उपरोक्तानुसार फाइल को जॉब के एक सिरे से चलाकर दूसरे सिरे तक ले जाना चाहिए। इससे समतल सतह प्राप्त होती है।
  • रेती को आगे ले जाते समय ही दाब डालना चाहिए क्योकि मात्र फॉरवर्ड स्ट्रोक (Forward Stroke)में ही धातु काटी जाती है। फाइल को पीछे लाते समय बिना किसी दाब के इसे वापिस लाया जाता है।
  • सतह की समतलता की जाँच ट्राई स्कवायर (Try Square) द्वारा समय-समय पर करते हुए फाइलिंग करनी चाहिए।
  • जहाँ तक सम्भव हो फाइल की पूरी लम्बाई का प्रयोग करना चाहिए। इससे कार्य शीघ्रता से होता है।
  • समय-समय पर आवश्यकतानुसार फाइल की पिनिंग (Pining) करते रहना चाहिए।

रेताई के प्रकार Types of Filing

रेताई फाइलिंग Filing करने की कई बिधियाँ होती है जो कि निम्न प्रकार की होती हैं :-

  1. स्ट्रेट रेताई (Straight Filing)
  2. क्रॉस रेताई (Cross Filing)
  3. ड्रॉ रेताई (Draw Filing)
  4. क्वर्ड रेताई (Curved Filing)

यह भी पढ़ें :- रेती के प्रकार?-Types of File Tools in Hindi

स्ट्रेट रेताई Straight Filing

जब वाइस की समान्तर फाइल को चलाकर फाइलिंग की जाती है तो इसे स्ट्रेट फाइलिंग कहते है। इस बिधि में अधिकतम धातु कटतीबायीं ओर है, लेकिन चैटरिंग (Chattering)आने की सम्भावना अधिक हो जाती है। इस बिधि में फाइलिंग (Filling) एक सिरे तक की जाती है। इसमें फाइल को सन्तुलित (Balanced)करके सीधा रखते हुए आगे-पीछे चलाने की आवशयकता है।

क्रास रेताई Cross Filing

इसमें फाइल को अछ से 45 अंश पर चलाकर फाइलिंग की जाती है। फाइलिंग बिकर्ण के एक कोने से प्रारम्भ की जाती है, तत्प्श्चात बायीं ओर 45 अंश पर फाइलिंग की जाती हैं। इस प्रकार एक के बाद दूसरी बार फाइलिंग करने पर आपस में क्रास हो जाती है। इसीलिए इसे क्रास फाइलिंग कहते है। इस प्रकार से फाइलिंग करने पर चैटरिंग (Chattering) होने की सम्भावना कम होती है तथा सतह अधिक समतल बनती है। इसको डायगोनल फाइलिंग (Diagonal Filing) भी कहते है।

यह भी पढ़ें:- फाइल टूल क्या है?-What is File Tools in Hindi

ड्रा रेताई Draw Filing

इस प्रक्रिया में फाइल को दोनों हाथों में कसकर पकड़ते हैं तथा वाइस के सामने या साइड में खड़े होकर फाइल को जॉब की सतह पर रगड़ते हुए आगे पीछे चलाते हैं। इस प्रक्रिया में सबसे कम धातु कटती है। ड्रा फाइलिंग जॉब की सतह पर बीच में आये उठान (उभार) को खत्म करने के लिए की जाती है। रफ फाइलिंग के कारण सतह पर बनी खरोचों (Scratches)को दूर करके अच्छी परिष्कृत सतह पाने के लिए ड्रॉ फाइलिंग (Draw Filing)की जाती है।

क्वर्ड फाइलिंग Curved Filing

क्वर्ड सतह पर रेताई फ्लैट द्वारा ही की जाती है। इसमें फाइल को फारवर्ड स्टॉक में आगे ले जाते समय ,हैण्डिल (Handle) वाले भाग नीचे से ऊपर उठाते जाते है ,जिससे सम्पूर्ण क्वर्ड सतह पर फाइल रगड़ती हुई आगे जाती है।

रेताई करते समय सावधानियाँ Precaution While Filing

रेताई करने का सही उपयोग करने के लिए निम्न सावधानियाँ ध्यान में रखनी चाहिए –

  • रेताई करने से पहले मार्किंग कर लेनी चाहिए।
  • कार्य के अनुसार उपयुक्त फाइल का प्रयोग करना चाहिए।
  • नुकीले टैग वाली फाइल को बिना हैण्डिल के प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  • जॉब की सतह से ग्रीस, तेल या जंग आदि को साफ कर लेना चाहिए।
  • मुलायम धातुओं को स्मूथ फाइल से रेताई नहीं करना चाहिए। इससे पिनिंग नहीं होती है।
  • फाइल में धातु के कणों के फसने को पिनिंग या क्लॉगिंग (Pining or Clogging) कहते हैं।
  • रेती के पिनिंग (Pining)होने पर उसे हार्ड स्टील वायर ब्रुश (File Hard or Wire Brush) से साफ करके ही प्रयोग करना चाहिए अन्यथा जॉब पर लाइने पड़ जाती हैं।
  • कार्य प्रारम्भ करने से पहले तथा बाद में फाइल को साफ करना आवश्यक है।
  • रेताई करते के समय रेती को सन्तुलित तथा समान्तर रखना चाहिए अन्यथा सतह समतल नहीं बन पायेगी।
  • रेत को मापक औजारों से अलग रखना चाहिए।औजारों पर स्क्रैच आ सकते है।
  • गर्म किये गए जॉब पर गर्म अवस्था में फाइलिंग नहीं करनी चाहिए, रेती का टैम्पर उतर सकता है।
  • धार रहित फाइलो को हार्ड धातुओं पर प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  • रेतियो को एक साथ ढेर के रूप में नहीं रखना बल्कि उन्हें लटकाकर रखना चाहिए।
  • रेताई के समय यदि चैटरिंग हो रही हो तो वाइस को खोलकर जॉब को नीचा करके तथा कसकर (Tightly) बांधना चाहिए।
  • रेताई करते समय रेताई की गयी सतह पर हाथ फेर कर नहीं देखते रहना चाहिए, रेती के फिसलने का डर रहता है।
  • बेंच वाइस में जॉब को ठीक तरह से फिट गयी होनी चाहिए। रेताई समय जॉब के साथ में बेंच वाइस हिलनी नहीं चाहिए।
  • जॉब की उचाई घुटने तक ही आनी चाहिए, जिससे रेताई करने में सुविधा रहती है।
  • रेताई करते समय आगे की तरफ अधिक बल लगाना चाहिए क्योकि धातु आगे की तरफ ही बल लगाते समय ही कटती है।
  • रेती का हैंडल Handle रेती में ढीला नहीं होना चाहिये।
  • रेती को कभी भी हथौड़ी के स्थान पर उपयोग नहीं करना चाहिए, यह टूट जाती है क्युकी इसे बहुत ज्यादा हार्ड की गयी होती है।
  • अत्त्यन्त कठोर सतहों या कास्टिंग किये गए पार्ट पर रेताई नहीं करनी चाहिए, रेती के दांते खराब हो सकते हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमनें पढ़ा, एक रेती से रेताई कैसे करना चाहिए? – What is Filing in Hindi, रेताई के प्रकार Types of Filing, रेताई करते समय सावधानियाँ Precaution While Filing, What is Filing, रेताई कैसे करना चाहिए? आदि, आर्टिकल को पूरा पढ़नें के लिए धन्यवाद, हमें फीडबैक देना ना भूलें।

यहां निचे कुछ और भी मैकेनिकल से सम्बंधित हमारे आर्टिकल दिए गए हैं, उम्मीद है कि आपके लिए उपयोगी होंगी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *