स्प्रिंग क्या है?-What is Spring in Hindi

हैलो दोस्तों आज हम स्प्रिंग क्या है? जानेंगे। स्प्रिंग क्या है? और स्प्रिंग के प्रकार भी जानेंगे। स्प्रिंग के कार्य, स्प्रिंग धातु और स्प्रिंग के अनुप्रयोग तथा स्प्रिंग के लाभ व स्प्रिंग के नुकसान ये सब पोस्ट में पढ़ेंगे। यह पोस्ट आपको कैसी लगी कमेंट में बताइये। और शेयर करना न भूलें।

स्प्रिंग क्या है?

स्प्रिंग क्या है?स्प्रिंग एक ऐसा उपकरण है, जिसे एक लचीलेदार या लचीला सदस्य के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है, जिसका मुख्य कार्य लोड की क्रिया के तहत विक्षेपण करना है। और लोड को हटा दिए जाने पर अपने मूल आकार को पुनः प्राप्त करना है। इसका उपयोग ऊर्जा भंडारण के लिए भी किया जाता है। इनका उपयोग झटकों को झेलने के लिए किया जाता है।

नॉर्मल स्प्रिंग

स्प्रिंग के प्रकार

स्प्रिंग्स को विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है। यहां इस खंड में कुछ सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले मैकेनिकल स्प्रिंग्स का उल्लेख किया गया है। तो यहाँ हमारी सूची है,जो इस प्रकार है।

  1. हेलिकल स्प्रिंग (Helical Spring)
  2. कोनिकल और वोल्ट स्प्रिंग (Conical and volute Spring)
  3. टॉर्सन स्प्रिंग (Torsion Spring)
  4. लेमिनेटेड या लीफ स्प्रिंग (Laminated or leaf Spring)
  5. डिस्क या बेलविले स्प्रिंग (Disc or Belleville Spring)
  6. स्पेशल पर्पज स्प्रिंग (Special Purpose Spring)

स्प्रिंग के कार्य

स्प्रिंग का उपयोग बहुत अधिक जगह किया जाता है। सभी स्थानों की ब्याख्या करना संभव नहीं है। उदहारण के तौर पर कुछ लाइनें नीचे दी गयी हैं।

  • कार स्प्रिंग्स, रेलवे बंफर्स आदि के रूप में झटके या कंपन को अवशोषित करने के लिए।
  • स्प्रिंग संतुलन में बलों को मापने के लिए।
  • वाहनों को रोकने के लिए ब्रेक और क्लच में बल लगाने के लिए।
  • स्प्रिंग का उपयोग ऊर्जा को घड़ियों, खिलौनों आदि में संग्रहीत करने के लिए भी किया जाता है।
  • स्प्रिंग दो तत्वों के बीच संपर्क बनाए रखकर कैम और अनुयायियों की गति को नियंत्रित कर सकता है।

स्प्रिंग धातु

स्प्रिंग में यूज होने वाली कुछ धातु कुछ इस प्रकार है।

  • कठोर खींचे गए तार- ये सामान्य प्रयोजन स्प्रिंग हैं, जहां हमें कम तापमान प्रतिरोध और कम तनाव की आवश्यकता होती है, हम इस प्रकार की स्प्रिंग सामग्री का उपयोग कर सकते हैं।
  • स्टेनलेस स्टील- आजकल स्प्रिंग बनाने में स्टेनलेस स्टील का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
  • फॉस्फर कांस्य- इस प्रकार के स्प्रिंग का उपयोग विद्युत उद्योग में किया जाता है, क्योंकि सामग्री में अच्छी विद्युत चालकता और जंग के लिए अच्छा प्रतिरोध होता है।
  • क्रोम सिलिकॉन- इस प्रकार के स्प्रिंग का उपयोग 250 डिग्री सेल्सियस तक के उच्च तापमान में किया जा सकता है।
  • क्रोम वैनेडियम- इस प्रकार के स्प्रिंग में 220 डिग्री सेल्सियस तक अच्छी तापीय चालकता होती है, और इसमें अच्छा थकान प्रतिरोध भी होता है।
  • ग्रेफाइट एपॉक्सी- इसका उपयोग उच्च शक्ति वाले स्प्रिंग जैसे लीफ स्प्रिंग में किया जाता है।
  • कार्बन एपॉक्सी- यह कार्बन फाइबर से बना होता है, और इसमें उच्च भार सहन करने की क्षमता होती है, इस सामग्री का उपयोग ऑटोमोबाइल और लोकोमोटिव जैसे उच्च शक्ति अनुप्रयोगों में भी किया जाता है।

स्प्रिंग के अनुप्रयोग

निम्नलिखित क्षेत्रों में स्प्रिंग्स का उपयोग किया जाता है। जो इस प्रकार है।

  • ऑटोमोबाइल सस्पेंशन सिस्टम में हम प्रयोग करते हैं।
  • कैम-फॉलोअर असेंबली में हम स्प्रिंग का भी इस्तेमाल करते हैं।
  • स्प्रिंग का उपयोग रेलवे की बूगी में किया जाता है।
  • इन कुछ वस्तुओं पर बल लगाने के लिए जैसे क्लच, ब्रेक और वाल्व असेंबली में स्प्रिंग का इस्तेमाल किया जाता है।
  • स्प्रिंग्स का उपयोग गेराज, दरवाजे, बागवानी उपकरण, दरवाजे के लॉक और कई अन्य घरेलू सामानों में भी किया जाता है।

स्प्रिंग के लाभ

ये स्प्रिंग के निम्नलिखित फायदे हैं।

  • एक अच्छा कुशनिंग प्रभाव पैदा करता है।
  • स्प्रिंग में झटके को अवशोषित करने की एक अच्छी क्षमता होती है।
  • इसमें उच्च स्थायित्व होता है।
  • स्प्रिंग में अपने भीतर ऊर्जा को संचित करने की क्षमता होती है।
  • इसे डिजाइन करना आसान है और उत्पादन करना सस्ता पड़ता है।
  • स्प्रिंग एक रखरखाव-मुक्त उपकरण है।

स्प्रिंग के नुकसान

एक स्प्रिंग में यह निम्नलिखित नुकसान होता है।

  • दिन-ब-दिन इसका ढीलापन इसके आकार और कार्य को बदल देता है।
  • कभी-कभी जब स्प्रिंग का अक्षीय भार बढ़ जाता है, तो यह बकलिंग घटना उत्पन्न करता है।
  • यदि स्प्रिंग किसी कारन वस टूट गया, तो स्पिंग की मरम्मत करना आसान नहीं होता है।

FAQ

स्प्रिंग क्या है?

स्प्रिंग एक ऐसा उपकरण है, जिसे एक लचीलेदार या लचीला सदस्य के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है, जिसका मुख्य कार्य लोड की क्रिया के तहत विक्षेपण करना है।

स्प्रिंग कितने प्रकार के होते हैं?

हेलिकल स्प्रिंग (Helical Spring),कोनिकल और वोल्ट स्प्रिंग (Conical and volute Spring),टॉर्सन स्प्रिंग (Torsion Spring),लेमिनेटेड या लीफ स्प्रिंग (Laminated or leaf Spring),डिस्क या बेलविले स्प्रिंग (Disc or Belleville Spring),स्पेशल पर्पज स्प्रिंग (Special Purpose Spring),

निष्कर्ष

तो दोस्तों कैसी लगी आज की यह पोस्ट। स्प्रिंग क्या है? और स्प्रिंग के प्रकार भी जाना। स्प्रिंग के कार्य, स्प्रिंग धातु और स्प्रिंग के अनुप्रयोग तथा स्प्रिंग के लाभ व स्प्रिंग के नुकसान ये सब पोस्ट में पढ़ा है। यह पोस्ट आपको कैसी लगी कमेंट में बताइये। और शेयर करना न भूलें।

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